الجمعة، 5 يناير 2024
हदीस: सदक़ा और दान देने से किसी का माल कम नहीं होता है, बंदो को क्षमा करने से अल्लाह माफ़ करने वाले के आदर-सम्मान को और बढ़ा देता है और जो व्यक्ति अल्लाह के लिए विनम्रता अपनाता है, सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह उसका स्थान ऊँचा कर देता है। - अनूदित हदीस-ए-नबवी विश्वकोश
हदीस: सदक़ा और दान देने से किसी का माल कम नहीं होता है, बंदो को क्षमा करने से अल्लाह माफ़ करने वाले के आदर-सम्मान को और बढ़ा देता है और जो व्यक्ति अल्लाह के लिए विनम्रता अपनाता है, सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह उसका स्थान ऊँचा कर देता है। - अनूदित हदीस-ए-नबवी विश्वकोश: हदीस: सदक़ा और दान देने से किसी का माल कम नहीं होता है, बंदो को क्षमा करने से अल्लाह माफ़ करने वाले के आदर-सम्मान को और बढ़ा देता है और जो व्यक्ति अल्लाह के लिए विनम्रता अपनाता है, सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह उसका स्थान ऊँचा कर देता है। - अनूदित हदीस-ए-नबवी विश्वकोश
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