दीन में बिद्अत और ईद मीलादुन्नबी का उत्सव - हिन्दी - अब्दुल अज़ीज़ बिन सालिम अल-उमर: दीन में बिद्अत और ईद मीलादुन्नबी का उत्सवः बिद्अत कुफ्र की डाक और उसका सूचक है, और जो आदमी इसके जाल में फंस जाता है उसकी बुद्धि उलटी हो जाती है और वह अपनी बिद्अत को पुण्य का कार्य समझ कर अन्जाम देता है, बल्कि दूसरों को भी उसकी ओर न्योता देता है, जबकि वह पुण्य और अल्लाह की निकटता से कोसों दूर होता है और होता ही चला जाता है। इस लेख में बिद्अत की परिभाषा, तथा पैंग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्ल, आपके सहाबा और पूर्वजों के कथनों की रौशनी में उसकी वास्तविकता को स्पष्ट किया गया है। साथ ही साथ वर्तमान समय के एक घृणित बिद्अत ईद मीलादुन्नबी की व्यर्थता को स्पष्ट करते हुए इस बिद्अत के समर्थकों के सन्देहों का खण्डन भी किया गया है।
ليست هناك تعليقات:
إرسال تعليق